sneha

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मेरा प्यारा बाबू

मेरा प्यारा बाबू

मेरा प्यारा वाबू नन्हा जीवन की हर संकेतपुर्ण बातें प्राकृतिक रुप से शुद्ध और निःछल होता है जो बड़ो को वहुत भाता है जो आगे बढ़ने की प्रेरणा उनमे जगा जाता है। यही जजवा बिकाश का सुत्रधार होता है। जीवन को समझने का सही समय भी यही होता है इस समय सिखने और प्रतिक्रिया देने से उसके भावी जीवन के बारे मे बेहतर कल के निर्माण से सार्थक कदम उठाये जा सकते है, जिससे उसके बिकाश को सही दिशा मिले। हर एक बात को सिखने समझने के लिए भाव और संकेत काफी होते है जो नाजुक खाली मस्तिस्क पर अंकित…
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सम्मान का दर्द

सम्मान का दर्द

सम्मान का दर्द भरोसे की जिन्दगी में जो सम्मान लोगो से मिलता है यह सोचने का समय ही देता है कि यदि यह भरोसा टुट जाय तो क्या होगा। खुश रहने की हमारी हमारी प्रबृती हमें बिषम परिस्थिती के बारे मे सोचने से रोकती है क्योकि उस परिस्थिती की जानकारी के बाद हमारी जागृत चेतना हमे उस घडी का सामना करने के लिए तैयार कर देती है जो खुश रहने के समय के लिए सही नही है। लोग कहते दिख भी जाते है समय आयेगा तो देख लेंगे।  एक दिन भरोसा अचानक टुट गया अब स्वयं की गुणकारी भाव के…
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दस्तक

दस्तक

दस्तक व्यस्तता के बिच आपके अधिकतम व्यवस्था के साथ जागृत भाव प्रकट करते हुए आपको व्यवहार करना होता है जिससे ततक्षण आये अतिथि का पुरा सम्मान हो सके। आपको उसके माल्यांकण का समय नही होता है आपकी अपनी समस्या से सामने वाले के कार्य व्यवहार के साथ अधिकतम निष्ठा रखनी होती है। जिससे की आपसी सबंध को एक उँचाई मिल सके।         स्वार्थवादी समाजिक व्यवस्था के बिच लोग आगे बढ़ने के लिए कई तरह के प्रयोजन का स्तेमाल अपने क्षमता के हिसाव से करते है। इसमे संभावना का अधिकतम इस्तेमाल करते हुए आगे निकलने की प्रेरित लोग बड़े ही तीखा…
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संतुष्टि और सहयोग

संतुष्टि और सहयोग

संतुष्टि और सहयोग संतुष्टी हमें विकाश की सीमा मे हमे वांधकर आगे बढ़ने मे मदद करता है लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जो समय के साथ बिकल्प को तलाशते हुए सहयोग लेकर आगे निकल जाते है। उसके दिमाग मे आगे निकलने की उत्कृष्ट आकांक्षा रहती है जिसके कारण सार्थक गुण के विकास मे समय गवाने को छोड़कर वह बिकल्प को अपनाते हुए आगे निकल जाते है। सहयोग करने वाले के पास सहयोग के रुप मे मिलने वाला सराहना होता है नही मिलने पर उलहना होता है वह सहयोग नही करने वाले की प्रतिष्ठा को कम करने का प्रयास करते…
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बिंदास भोला

बिंदास भोला

बिंदास भोला अपने सिमित साधन के साथ नवाचार होते हुए खुश रहने वाले भोला को लोभी, भोगी और मानसिक रोगी वाले से चिढ़ बढ़ती है। वह इन लोगो के करीब नही आना चाहता है। लेकिन प्रकृति मे निरंतर घटनाक्रम चलते रहता है हम अपने स्वभाव के अनुरुप ही उसका प्रतिकार करते है तथा उसके फलाफल को प्राप्त कर अपनी जीवन यात्रा पर आगे निकल जाते है।    भोला चाहता है कि संसार के सभी प्राणी बिंदास होकर जीवन यापन करे। कोई किसी की आंतरीक सीमा मे जाकर क्यो उसके बिंदास जीवन पर जबरन अधिकार प्रत्योरोपित करे। इस व्यवस्था का बिरोध…
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आशा की किरण

आशा की किरण

आशा के किरण जिन्दगी मे आगे बढ़ने के लिए आशा शब्द का बड़ा ही महत्व होता है। गुणकारी व्यक्ति को यदि आशा की किरण दिख जाय तो ओ संभावना के प्रती अपने आशा को आश्वस्त करने मे जुट जाते है। समय के साथ सकारात्मक परिवर्तन आशा को मजबुती देने लगता है। कार्य के प्रति मानसिक दृढ़ता बढ़ने लगती है। चर्चा के बिषय मे इस बातों की प्रधानता बढ़ने लगती है जिससे की सही जानकारी को जुटाते हुए कार्य के प्रति लगाव को गहराई मिलता रहे।         कुछ नया करने का जजबा रखने बाले लोग इस गुण के धनी होते है,…
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आनंद के मोती

आनंद के मोती

आनंद के मोती जीव को हमेशा बातावरण के साथ संतुलन बना कर रहना होता है साथ ही उन्नत कर्म कौशल से जीवन को आगे ले जाते हुए स्वयं को उर्जावान भी रखना होता है। इसके बीच ही हमे आनंद की गहरी अनुभुती भी करनी होती है। यह सिर्फ चाहने से नही बल्की सतत प्रयास के योग सधना से ही इन खुशीयों के प्राप्त किया जा सकता है। आनंद के मोती से मेरा  तातपर्य था की निराश व्यक्ति के पास सही मार्गदर्शक की कमी होती है जिससे उनकी निराशा उनके आंनंद के पल को समझ ही नही पाती है या उनकी…
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मेहदी की मुश्कान

पैधों मे गुणकारी मेंहदी अपने सुनहरे रंग के लिए जानी जाती है। इसका रंग लगने और लगाने वाले दोनों को प्रभावित करता है। उत्सव के अवसर पर इसके श्रृंगार के उत्सव का रुप भी दिया जाता है। उकेरे जाने वाले तथ्य की भी बिभिन्नता होती है। जिसकी कलात्मकता हमारी अंतः करण को जगाती है। हमारे मनोभाव को प्रभावित करने वाला यह गुणकारी रंग अपने कला के साथ श्रृगार किये हुए को भी समझने का एक मौका प्रदान करता है। उकेरे जाने वाले तथ्य भी व्यक्तिगत पसंद का रुप होता है जो आंतरिक भाव को स्पष्ट करता है। भाव की शैली…
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तप और ज्ञान

तप और ज्ञान

तप और ज्ञान तप और ज्ञान संयम से शारीरिक नियंत्रण को समझते हुए कठिन से कठिन भाव को समझने के लिए तप करना होता है। जिससे एक स्थाई विचार के साथ संस्कार का विकास हो जाता है। इससे ज्ञान को अर्जन करने में आसानी होती है। ज्ञानी होने से ही हमारे दुख का अंत होता है। क्योंकि कठिनाई में ज्ञान हमे अगला रास्ता दिखा देता है। तप करने की प्रेरणा जगाना भी एक बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि भौतिक जीवन के सुखद एहसास के पार जाना आसान नहीं है। जाकर भी संकल्प को पूरा करना और कठिन है। इसके बाद…
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Happy and Love

Happy and Love

खुशी और प्यार खुशी और प्यार प्यार एक दूसरे को समझने का बंधन है जिसके सहारे खुशियों को उच्च स्थान प्राप्त होता है। बंधन हमारे स्वभाव जनित संबंध को दर्शाता है। इसकी गहराई हमारे सक्रियता पर निर्भर करता है। समय के साथ यदि इसमें बदलाव होता है तो खुशियां भी कम या अधिक हो जाती है। आजकल के व्यवसायिक सोच ने संबंधों को भी प्रभावित करने लगा है। जिससे खुशियों को बनाए रखना एक गंभीर चुनौती बन गई है। सीमित अवधि वाला खुशी यदि जोखिम भरा भी ही तो कई लोग आगे निकल जाते है जिससे की उसमे प्यार की…
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