नाराज साजन

हवा का झोंका

हवा का झोंका

हवा का झोंका यूँ तो रिस्तो मे रुठने मनाने का क्रम जारी रहता है। लेकिन यदि बात साधारण सी हो तो इसका सामाधान जल्दी निकल आता है, लेकिन यदि कोई गंभीर मुद्दा का सामना करना पड़े, तो इसके समायोजन मे समय के साथ-2 मानसिक व्यायाम भी करना पड़ता है। एक दुसरे के प्रति लगाव रखने वाले यदि स्वयं के प्रती बफादार होते है तो हल का निकालना सुनिश्चित रहता है। चाहत की गाठें बिकर्षण को घटाने का कार्य करती है। समझ का दायरा बढ़ने लगता है।    करीव आने मे यदि स्वाभिमान आड़े आयो तो भी इसका हल निकल जाता…
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