Birthday

कुलदीपक

कुलदीपक

कुलदिपक अल्पकालिक जीवन के भविष्य की पहचान कुलदीपक से होती है, इसके आगमन से परिवार का जहां निर्माण होता है वही एक उम्मीद की किरण दिख जाती है। जीवन के अंतिम पन में सेवा की तमन्ना भी यहां से आकार लेने लगती है। मानव जीवन को अपने वैभवशाली अतीत को आगे ले जाने के लिए भी कुलदीपक की जरूरत होती है। दिर्ध सोंची मानव को समय के साथ आगे चलने की प्रेरणा भी प्रकृतिक विधान से ही मिलता है। जीवन की गम्भीर चुनौती का समना करते हुए किसी अनहोनी की आशंका मन को उद्वेलित करती है वही पर संपत्ती की…
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मेरा प्यारा बाबू

मेरा प्यारा बाबू

मेरा प्यारा वाबू नन्हा जीवन की हर संकेतपुर्ण बातें प्राकृतिक रुप से शुद्ध और निःछल होता है जो बड़ो को वहुत भाता है जो आगे बढ़ने की प्रेरणा उनमे जगा जाता है। यही जजवा बिकाश का सुत्रधार होता है। जीवन को समझने का सही समय भी यही होता है इस समय सिखने और प्रतिक्रिया देने से उसके भावी जीवन के बारे मे बेहतर कल के निर्माण से सार्थक कदम उठाये जा सकते है, जिससे उसके बिकाश को सही दिशा मिले। हर एक बात को सिखने समझने के लिए भाव और संकेत काफी होते है जो नाजुक खाली मस्तिस्क पर अंकित…
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सुबोध जी का 26वॉ जन्मदिन

सुबोध जी का 26वॉ जन्मदिन

जन्मदिन के बधाई को बिचारोंं मे संग्रहित करना कठिन है। फिर भी एक रेखा तो खिंचनी होती है जिससे कि पथिक के आने वाले समय के बारे मे विश्वास तथा आशा बन्ध सके। वैसे तो विवेकी मानव स्वयं ही गुणित बिचारधारा मे उलझा रहता है। नित होने वाले परिवर्तन से उसको सामना करना पड़ता है। इसके बाद भी उसका निर्धारित लक्ष्य के तरफ बढ़ना यदि सतत जारी है तो उसे कर्मयोगी कह सकते है। कार्मयोगी का अपना विश्वास ही उसका सबसे बड़ा हथियार होता है, जिससे की वह अपने कर्म पथ को रौशन करता जाता है। आपका मार्ग शरीर से…
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मॉ का जन्मदिन

मॉ का जन्मदिन

ममी का बर्थ डे बर्थ डे मनाने की परंपरा बिदेशी होने के साथ ही इसकी व्यवस्था भी बिदेशी ही है। हिन्दुस्तान मे गुजर चुके लोगो से कुछ सिखने की व्यवस्था है जिसको हम याद करते है तथा जिसकी वर्षी हर साल हमलोग मनाते है। समय के साथ होने वाले परिवर्तन के प्रती हम सहज बनते जा रहे है। सधारणतया युवा को इसके प्रति ज्यादा रुची रहती है। स्वयं को महीमा मंडित करने की प्रथा समाज मे स्वयं के प्रती के भाव को बढ़ावा देता है। ऐसा देखने को मिलता भी है कि आज का समाज व्यक्ति केद्रित होता जा रहा…
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मामा जी की 45 वाँ एनिवर्षरी

मामा जी की 45 वाँ एनिवर्षरी

मामा जी की 45 वॉ एनिवर्षरी एनिवर्शरी को मनाने का सामान्य प्रचलन भारत मे नही है। फिर भी समय के साथ लोगो को इसमे दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। तनाव भरी जिवन के आजकल के इस दौर मे लोगो को कुछ समय मिल जाता है जब लोग सब कुछ भुलाकर अपनी एक नयी रंग मे रंग जाते है। खुशीयोँ को ताजा करने का यह चलन स्वभाविक रुप से बड़ा आनन्दायक होता है। छनभंगुर जिवन के एक-एक वर्ष की खुशीयाों का सौगात अपनो के साथ बांटनाा एक अलग ही सुखद एहसास देता है।          जिवन की नइया के पार जाते एक-एक…
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Father Day

Father Day

Father's day Interrelationship between father and child should be very deep to understand the situation in limited scope. Experience comes on time but father's experience can be used to achieve goal. This can only be possible when you follow the father's guidelines. Presently there are various factors that diverts child's mind that makes the relation between father and child ruined. This day focus the thinking to reestablished the good relation between them. A broad minded thinking with creative working power enhances the opportunity tracking mind that gives gifts of the father's praiseworthy. Relation should be better in all the situation…
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सोलहवां जन्मदिन

सोलहवां जन्मदिन

सोलहवां जन्मदिन एक बिशेष समय होता है। ये जिवन का एक ऐसा मोड़ होता है जहां से विकाश की अनेक धारायें निकलती है। यह समय नियंत्रण एवं निश्चय का यदि हो तो आने वाले समय के साथ हम अपना न्याय कर सकते है। यदि हम यहां कोई चुक कर बैठते है, तो आने वाला समय हमारे लिए कठिन हो जायेगा। हमारा भौतिक शरीर एक बदलाव की दौर से गुजर रहा होता है। नयी-नयी अनुभुतियों का संचार हमारे शरीर मे होने लगता है। बहुत सारी जानकारी को छुपाकर हम रखते है। यह यदि हमारी बृती बन जाये तो हमारा मन कलुषित…
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