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बिंदास पल

बिंदास पल

बिंदास पल मन बड़ा ही चंचल और स्वछंद होता है। वह हमारे आसपास घटित होने वाली घटना के अत्यंत बारीक बदलाव से भी प्रभावित हो जाता है। उस भाव को आत्मसात करना या छोड़ना हमारे वर्तमान परिस्थिती के हमारे अनुवंध पर निर्भर करता है। लगातार हो रही इस प्रकार की घटना से हमारे अंदर एक नाकारात्मक बिचार की द्वंध बढ़ने लगता है जिसके कारण हमारे निर्णय की शक्ति प्रभावित होने लगती है और तनाव के शुरुआती भाव हमारे ऊपर दिखने लगता है। इस भाव से निजात पाने के लिए हमें एक युक्ती से गुजरना होता है जिसके बाद हमारे भाव…
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सम्मान का दर्द

सम्मान का दर्द

सम्मान का दर्द भरोसे की जिन्दगी में जो सम्मान लोगो से मिलता है यह सोचने का समय ही देता है कि यदि यह भरोसा टुट जाय तो क्या होगा। खुश रहने की हमारी हमारी प्रबृती हमें बिषम परिस्थिती के बारे मे सोचने से रोकती है क्योकि उस परिस्थिती की जानकारी के बाद हमारी जागृत चेतना हमे उस घडी का सामना करने के लिए तैयार कर देती है जो खुश रहने के समय के लिए सही नही है। लोग कहते दिख भी जाते है समय आयेगा तो देख लेंगे।  एक दिन भरोसा अचानक टुट गया अब स्वयं की गुणकारी भाव के…
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बिंदास भोला

बिंदास भोला

बिंदास भोला अपने सिमित साधन के साथ नवाचार होते हुए खुश रहने वाले भोला को लोभी, भोगी और मानसिक रोगी वाले से चिढ़ बढ़ती है। वह इन लोगो के करीब नही आना चाहता है। लेकिन प्रकृति मे निरंतर घटनाक्रम चलते रहता है हम अपने स्वभाव के अनुरुप ही उसका प्रतिकार करते है तथा उसके फलाफल को प्राप्त कर अपनी जीवन यात्रा पर आगे निकल जाते है।    भोला चाहता है कि संसार के सभी प्राणी बिंदास होकर जीवन यापन करे। कोई किसी की आंतरीक सीमा मे जाकर क्यो उसके बिंदास जीवन पर जबरन अधिकार प्रत्योरोपित करे। इस व्यवस्था का बिरोध…
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दृढ़ता से नैतिक विकास

दृढ़ता से नैतिक विकास

नैतिक विकास के लिए हमें सतत प्रयास की जरूरत होती है। हमे अपने लिए एक व्यवस्था विकसित करनी होती है। जिसका अभ्यस्त होना होता है तथा समय के साथ नवीन विचार से भी खुद को जोड़ना होता है। फिर विकाश की प्रक्रिया समय से साथ चलने लगती है। संकल्प शक्ति का प्रयोग करते हुए बेहतर प्रवंधन के सहारे ही हम विकास की धारा को बनाये रख सकते है। खुद पे बिश्वास होना भी वहुत जरुरी होता है इसके लिए हर जरुरी तथ्य को जोड़कर आगे ले जाना होता है। उच्च कार्य उर्जा वाले के लिए कार्य को करना आसान होता…
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प्यारा बचपन

प्यारा बचपन

Childhood has basic information for success in life. In this time expression of feeling is easy and no any person react seriously but this type of action makes real character of childhood. Working direction and priority of work give the strength of desire in life. Many person try to change it but this is not possible in major form. So your light part of future is visualized through you childhood.time. जीवन को बिकाशोन्नमुख बनाने के लिए आजकल प्रयास बहुत निचे स्तर से शुरु हो गया है। व्यक्ति स्वयं भी खुद को जानने के लिए बचपन की यादोॆ का सहारा लेता…
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श्रधेय बिदाई

श्रधेय बिदाई

श्रधेय बिदाई हमारा नित्य प्रति लोगो से मिलने जुलने का कार्य चलता रहता है, ऐसे मे कुछ ऐसे लोग होते है जो अपना एक प्रभाव छोड़ जाते है, जिन्हे हम कार्य उन्मुख होते समय उनकी याद करते है। ऐसे लोगो के प्रति हमारा भाव एक बिचार बनकर हमारे अंदर रह जाता है। इन्ही बिचारो की एक कड़ी हम यहां भेंट कर रहे हैकार्य मे प्रखरता तथा ततपरता व्यक्ति को एक दुसरे से जोडने का जो कार्य करता है उसका प्रभाव बनता है। कार्य के प्रति लगाव की गाथा को सुनाकर एक दुसरो को प्रोत्साहन करने की बात सतत चलती रहती…
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मोबाइल वाली दुल्हन

मोबाइल वाली दुल्हन

मोबाइल वाली दुल्हन मोबाईल के इस युग मे लोगो को अपनी बात कहने का एक आसान साधन मिल गया है। अपने भाव को दुसरों तक पहुँचाने मे इसका प्रयोग तेजी के साथ हो रहा है। हमारी भाव का प्रारुप दुसरे भाव को शेयर करने तक सिमित रह गया है। कहीं न कहीं हमारी मुल भावना का लोप दुखाई दे रहा है। फिर भी हम आजकल के भागमभाग जिंदगी को मोबाईल से दुर नही कर सकते है।यहाँ मोबाईल वाली दुल्हन के रुप मे हम आजकल के जिंदगी के एक प्रारुप को व्यक्त करने की कोशीश कर रहे है आशा है हमारी…
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बिर्रो

बिर्रो

बिर्रो उमंग उल्लास मे बितता जीवन जब एक नये दौर मे पहुँचता है, तो उसका सुखद एहसास गहरा तथा अति व्यक्तिगत होता है। इस नाजुकता को समझ पाना आसान नही है। इसका बर्णन तो काव्य रुप मे ही किया जा सकता है, जिससे की इसकी प्रखरता का अनुमान लगाया जा सके। आजकल बहुत कम लोग होते है, जो ऐसी उड़ान का आनन्द लेना पसंद करते है। अधिकांश लोग तो सोर सरावा मे इस तरह खो जाते है कि उनको वास्तविकता का एहसास ही नही होता है। वह लगतार ही यह खोजता रहता है कि आखिर इस छनिक एहसास का मुल…
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नफरत का फल

नफरत का फल

नफरत का फल नफरत व्यक्ति को अंधा बना देता है, व्यक्ति की मानसिक स्थिति पुरी तरह बदल जाती है। वह अपनी बैचारिक सिमा के बाहर नही जा पाता है। उस सिमा के बाहर जाकर सोचना उसके लिए अत्यंत दुखद होता है। दुख के इस बंधन के पार जाकर सोचना तथा उसका निदान निकालना नही चाहता है क्योकि बह अपनी बर्तमान सोच को ही अंतिम सोच मान लेता है। व्यक्ति कभी पुरा घटना चक्र को अनजान बनकर नही सोचता है, बल्कि बह उसका हिस्सा बनकर रह जाता है। आनेवाली समस्या के जानकर होने के बाबजुद बह अपनी सही हल नही निकाल…
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दहेज

दहेज

दहेज दहेज का बोलबाला हमेशा से रहा है। शायद ही इसको पुर्ण रुप से समाप्त किया जा सके। लेने तथा देने की प्रबृति दोनो तरफ रहती है। इसी से व्यक्ति के गुण दोष का पता भी चलता है। एक चलन भी लोगो को प्रभावित करता है। कोई धन लेकर दुल्हन से समझौता करता है तो कोई दुल्हन लेकर धन से समझौता करता है तो कोई निःस्वार्थ भाव से अपने को धन्य करता है। इस बिशाल जनमानस के बिच रंग बिरंगे रुप देखने को मिलता है। हमारा उदेश्य ऐसे समाज की स्थापना का रहता है जो एक स्वस्थ्य परम्परा का निर्माण…
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