Operation Sindur

Operation Sindur

ऑपरेशन सेन्दूर भारतिय सेना के द्वारा चलाया गया यह एक अभियान है जिसमे सिंदुर को मिटाने वाले को डंडित किये जाने तथा सबक सिखाने को लेकरके एक सशक्त योजना को अंजान दिया गया है। इस साहसिक घटना से भारतीय समाज मे विश्वास और निष्ठा के प्रति लगाव मे उतरोत्तर विकाश हुआ है। जीवन मे सतत ही संधर्ष का वोलबला रहा है। संधर्ष को करते हुए हम जो सिखते है वह हमारी पुँजी होती है। एक तरह के विचाधारा के साथ हम जीवन मे आगे बढ़ते जाते है। यही हमारी यश, किर्ती गाथा को सबलता प्रदान करती है। हमारे विचार के…
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Mothers day

Mothers day

मातृ दिवस Mother's Day मातृ शक्ति के व्यापक प्रभाव के बारे मे सारा जगत आवगत है। इसके लगाव की शुरुआत खुद की सुरक्षा तथा नव जीवन की संकलप्ना से जुड़ी होती है। नव जीवन के आने से पहले की उत्सुकता तथा नव जीवन को धारण करने के बाद की उत्कसुकता के साथ पल - पल के यादो को संयोता मातृ शक्ति अपनी पुरी प्रकाष्ठा को पा जाता है। नव जीवन के सृजन के साथ उसके पुरे विकाश यात्रा से जो मातृ शक्ति का लगाव होता है उससे नव जीवन को सजने सबरने का अनूठा योग प्राप्त होता है। इसके साथ…
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मजदूर

मजदूर

मजदूर कार्य करने की जरुरत तो सबको होती है कोई मजबुरी मे करता है तो कोई शौक से करता है तो स्वभाव वस करता है। जब किसी खास व्यवस्था मे कार्य किया जाता है और उसके बदले कुछ प्राप्त किया जाता है तो वो मजदुरी के दायरे मे आता है। आजकल जब विशेष कर दैनिक जरुरत की पुर्ती मे कमी आ जाती है तो कार्य करने के लिए मजबुर होना परता है तो दैनिक वेतनभोगी के रुप मे कार्य को करने परते है तो वो मजदुरी के दायरे मे आता है। यही से आगे बढ़ने की कोशीश तीव्र होने लगती…
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वनस्पति और पार्यावरण

वनस्पति और पार्यावरण

बनस्पति और पार्यवरण वैस्वविक प्रतिस्पर्धा के बढने के साथ ही विकाश की होर सी लग गई है। विकाश की इस दिशा का निर्धारण आर्थिक स्तर पर किया जाना लेगा है। आर्थक लाभ-हनि के कारण बहुत सारे बातों के नजरअंदाज कर दिया जा रहा है। इस नजर अंदाज का प्रभाव दिखने भी लगा है। इस प्रभाव को आंकलन करने वाले तथ्य को ज्यादा महत्व नही दिया जा रहा है क्योकि इससे नुकसान का भाव आता है।       सबसे ज्याद प्रभाव जिसपर पड़ा है वह है हमारा वनस्पति लगातार इसकी संख्या घटती जा रही है। जितने पेड़ लगाये जा रहे है उससे…
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महाकुम्भ

महाकुम्भ

Oplus_0 महाकुम्भ 2025      144 साल के बाद महकुम्भ 2025 का जो संयोग प्राप्त हुआ उसमे स्वयंं को भागीदार बनान के लिए जो लोगों मे उत्साह दिखा उसीका परिणाम था जो बड़ी मात्रा मे लोगो का हुजुम महकुम्भ स्नान को पहुँत गया। आस्था और विश्वास के साथ जो लोगो का जुड़ाव हुआ उससे एक नवीन उत्साह को लोगो मे संचार हुआ। इससे आने वाले सुंदर भविश्य की नवीन कल्पना जन्म लेगी जो लोगो के उत्साह को बढ़ाती रहेगी। त्रिवेणी संगम का पवित्र स्थल जहां पर गंगा यमुना और सरस्वती नदी एकिकृत होकर एक नदी बन जाती है महाकुम्भ के पावन स्थल…
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मकर संक्रांति

मकर संक्रांति

मकर संक्रांति मकर संक्रांति हिन्दी कलैण्डर के अनुसार पौष मास के दिन सुर्य धनु राशि से मकर राशि मे प्रवेश करती है। इसके साथ ही खरमास समप्त हो जाता है। यहीं से शित ऋतु का अंत और वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। इस समय खेतों मे फसल की कटाई शुरु हो जाती है। किसानों के लिए यह बड़ा ही सुखद अनुभुति लेकर आता है। यहां से दिन धिरे-धिरे लम्बी होनी लगेगी और रात छोटी होने लगेगी। मकर संक्रांति का दिन 14 जनवरी को परता है। यही समय ग्रिगेरियन कलेण्डर के हिसाव से लिप ईयर मे 15 जनवरी को परता…
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बिता साल

बिता साल

पुराना साल     पुरने साल के यादों के खजाने से हमें मोती चुनने होते है जिससे की हमारे नवीन संकल्पना की सशक्तता को बल मिल सके। ह्में अपनी कमजोरी पर नियंत्रण करना होता है जिससे की हम पहले से ज्यादा ताकत के साथ परिस्थिती से मुकाबला कर सके। बदलते साल के साथ वही त्योहार और मौसम हमे फिर से हमे मिलते है हमारी कोशिश होनी चाहिए की हमारी उत्साह पहले से उन्नत हो। पुर्व की गलती न दोहराई जाय।       घटनाओं से जुझता हुआ जब हम साल के अंत मे पहुँचते है तो हमे एक तसल्ली मिलती है कि आने…
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चुनाव

चुनाव

चुनाव करने की कला जीवन मे चुनाव का बड़ा महत्व होता है। चुनाव ऐसे समय आता है जब हमारा मन तन जागृत रहता है। हमारे अंदर उत्साह का एक वेग रहता है जो हमारे कार्य उर्जा द्वारा सम्पादित किया जाना होता है। हमारा समर्थ हमें आगे चलने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे ही समय चुनाव आता है। दर असल चुनाव हमारे अस्थिर नजरीया के कारण पैदा होता है। अस्थिर नजरिया का कारण उपयुक्त जानकारी का नही होना होता है। यदि समस्त जानकारी उपलब्ध हो जाय तो एक नजरिया बन ही जाती है। एक नजरिया बनने के बाद कार्य को…
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टांगीनाथ धाम

टांगीनाथ धाम

Tanginath Dham टांगीनाथ धाम टांगीनाथ धाम झारखण्ड राज्य के गुमला शहर के दक्षिण में 75 किलोमीटर दुर एक पहाड़ पर स्थित है। यह धाम डुमरी बलॉक से 8 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। मंदिर लगभग 300 फीट के पहाड़ की ऊँचाई पर अवस्थित है। यहां पर पहुँचने के लिए लगभग 132 सिढ़ियां चढ़नी परती है। मुख्य मंदिर स्थल मंदिर परिसर के पुरव मे स्थित है, जिसका मुख्य द्वार पश्चिम की तरफ है। यहां पर सामने से जाने के लिए स्टील का घेरा को लगाया गया है। मुख्य मंदिर के गर्भ गृह मे प्रवेश करने के बाद वहां पर एक…
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वक्त का मुसाफिर

वक्त का मुसाफिर

Wakt ka Musaphir वक्त के मुसाफिर वैज्ञानिक आधार जब कोई व्यक्ति समय के साथ आगे बढ़ता है तो उसके ऊपर बहुत सारे कारक एक साथ कार्य करतें है। यदि कार्य करने वाले को इस कारक का ज्ञान नही है और उसे आगे जाना है तो वह मुसाफिर बन जाता है। यानि समय के साथ आने वाले परिवर्तन को वह अपने कार्य क्षमता और समझ बुझ के साथ हल करते हुए आगे बढ़ेगा। उसका उदेश्य पुरा होगा या नही उस व्यक्ति को मालूम नही है क्योकि पहले से कुछ ज्ञात नही है। इसके लिए उस व्यक्ति के द्वारा किया गया प्रयास…
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