24
Jan
दोस्त हमारे जीवन यात्रा का साथी है। हम कही न कही अनजानेपन महसुस करते है। वहां जो हमे सहारा मिलता है, उसे हम दोस्ती की संज्ञा देते है। समय के साथ परिवर्तत होने वाला यह रिस्ता यादगार रहता है। दोस्ती के कई आयाम है लेकिन नाम एक है। निहित स्वार्थ से भी दोस्ती होती है और निःस्वार्थ से भी। दोस्ती करने वाले की भावना प्रधान यह रिस्ता अपनी गाथा खुद गाता है। कुछ दोस्ती ऐसी जो इतिहासिक है, जिसका उपमा हम आज भी देते है। दोस्त ऐसा मिले जो आपके बिचार का हो तो अच्छा चलता है। लम्बे समय…