आनंद

मुस्कान और थकान

मुस्कान और थकान

मुस्कान और थकान रिस्तो मे भावनाओं को समझने की कला के साथ एक दुसरों को खुश रखने की मनोबृती बनने लगती है तो सुख और समृद्धी का अनोखा मौसम छा जाता है। आस परोस बन्धु बांधव के साथ भी हमारा व्यवहार अनोखा होने लगता है। कहते है शुरुआत खुद से हो और आगे बढ़ाते जाए तो बिश्वास भी मजबुत होने लगता है। समय के साथ होने वाली परेशानी और उससे निपटने के तरीके को यदी हम सही से नही समझते है या हमारी आकांक्षा काफी उंची होती है और हमारी आमदनी कम तो हम जीवन मे तनाव के साथ जीते…
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आनंद के मोती

आनंद के मोती

आनंद के मोती जीव को हमेशा बातावरण के साथ संतुलन बना कर रहना होता है साथ ही उन्नत कर्म कौशल से जीवन को आगे ले जाते हुए स्वयं को उर्जावान भी रखना होता है। इसके बीच ही हमे आनंद की गहरी अनुभुती भी करनी होती है। यह सिर्फ चाहने से नही बल्की सतत प्रयास के योग सधना से ही इन खुशीयों के प्राप्त किया जा सकता है। आनंद के मोती से मेरा  तातपर्य था की निराश व्यक्ति के पास सही मार्गदर्शक की कमी होती है जिससे उनकी निराशा उनके आंनंद के पल को समझ ही नही पाती है या उनकी…
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