25
Jan
भगवान भोलेनाथ को जल प्यारा है। जल जीवन का आधार है। जल की शीलता से मन को शांती देता है। गुणकारी जल को जल भगवान को अर्पण किया जाता है तो मन के अंदर जो भाव बनते है उसका प्रतिविम्ब हमारे जीवन पर परता है। इसी भाव को इस काव्य लेख मे दर्शाया गया है। जल के गुणकारी भाव को समझकर जीवन को सुधारने का जो प्रण लिया जाता है उससे जीवन के एक नयी रोशनी मिलती है। इसके बाद हमारे आनेवाले चुनौती को सामना करने का तकत बढ़ जाता है। भाव ही वह तथ्य है जो हमारे जीवन को…