‘रक्षा बन्धन पर कविता रक्षा बन्धन कविता रक्षा सुत्र के बन्धन को प्रस्तुत करता है। हमे समाज को एक सुत्र मे बांधने के लिए कई तरह के बिधान से गुजरना परता है उसी मे से एक है रक्षा बन्धन का त्योहार।
‘रक्षा बन्धन पर कविता रक्षा बन्धन कविता रक्षा सुत्र के बन्धन को प्रस्तुत करता है। हमे समाज को एक सुत्र मे बांधने के लिए कई तरह के बिधान से गुजरना परता है उसी मे से एक है रक्षा बन्धन का त्योहार।