23
Jan
हवा का झोंका यूँ तो रिस्तो मे रुठने मनाने का क्रम जारी रहता है। लेकिन यदि बात साधारण सी हो तो इसका सामाधान जल्दी निकल आता है, लेकिन यदि कोई गंभीर मुद्दा का सामना करना पड़े, तो इसके समायोजन मे समय के साथ-2 मानसिक व्यायाम भी करना पड़ता है। एक दुसरे के प्रति लगाव रखने वाले यदि स्वयं के प्रती बफादार होते है तो हल का निकालना सुनिश्चित रहता है। चाहत की गाठें बिकर्षण को घटाने का कार्य करती है। समझ का दायरा बढ़ने लगता है। करीव आने मे यदि स्वाभिमान आड़े आयो तो भी इसका हल निकल जाता…