संयोग

दस्तक

दस्तक

दस्तक व्यस्तता के बिच आपके अधिकतम व्यवस्था के साथ जागृत भाव प्रकट करते हुए आपको व्यवहार करना होता है जिससे ततक्षण आये अतिथि का पुरा सम्मान हो सके। आपको उसके माल्यांकण का समय नही होता है आपकी अपनी समस्या से सामने वाले के कार्य व्यवहार के साथ अधिकतम निष्ठा रखनी होती है। जिससे की आपसी सबंध को एक उँचाई मिल सके।         स्वार्थवादी समाजिक व्यवस्था के बिच लोग आगे बढ़ने के लिए कई तरह के प्रयोजन का स्तेमाल अपने क्षमता के हिसाव से करते है। इसमे संभावना का अधिकतम इस्तेमाल करते हुए आगे निकलने की प्रेरित लोग बड़े ही तीखा…
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