25
Jan
गणेश चतुर्थी यानी की चौरचन का पर्व अपने बच्चे को दिर्धायु बनने के लिए किया जाता है। इससे एक रोचक कहानी जुड़ी हुई है जो समाज मे व्याप्त अपयश को दुर करने के विचार को शक्ति प्रदान करता है। कहा जाता है कि एक दिन भगवान गणेश अपने मुसक वाहन पर अपने कैलाश पर घुम रहे थे। उसको देखकर चन्द्रमा को हंसी आ गई। अपना उपहास को देख गणेश जी को आत्म गलानी महसुस हुई। गणेश जी इस व्यवहार को अनुचित मानते हुए चन्द्रमा को शाप दिया कि इस दिन जो अपको देखेगा उसको कलंक का समाना करना परेगा। इसके…