मुस्कान और थकान

Musksan aur thakan

मुस्कान और थकान

रिस्तो मे भावनाओं को समझने की कला के साथ एक दुसरों को खुश रखने की मनोबृती बनने लगती है तो सुख और समृद्धी का अनोखा मौसम छा जाता है। आस परोस बन्धु बांधव के साथ भी हमारा व्यवहार अनोखा होने लगता है। कहते है शुरुआत खुद से हो और आगे बढ़ाते जाए तो बिश्वास भी मजबुत होने लगता है।

समय के साथ होने वाली परेशानी और उससे निपटने के तरीके को यदी हम सही से नही समझते है या हमारी आकांक्षा काफी उंची होती है और हमारी आमदनी कम तो हम जीवन मे तनाव के साथ जीते है जो बक्त हमारे सामने से गुजर रहा होता है ओ इस इंतजार मे की कल वहुत अच्छा होगा। जबकि वास्तविकता है कि आज की समझ मे कल के बिज है इसलिए अपनो को समझें और समय के साथ आनंद की फसल के साथ उत्सव जैसा जीवन को जीये। क्योकि यहां की किसी भी बस्तू पर आपका अधिकार लम्बा नही है यह कल किसी और का होने वाला है जबकि आज की खुशी अपनी धरोहर है यह आपके आत्मीय जीवन का श्रंगार बनने वाला है आप इन्ही यादों के सहारे जाने जायेगे। अपनी सफर मे साथ चलने वाले को समझता ये काव्य लेख जीवन के हसीन सपनो को समझने तथा सहेजने को कहता है जिससे की बक्त के साथ जीवन के बास्तविक उदेश्य को पाते हुए अंत के यात्रा को प्रखरता मिल सके।

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  • दस्तक हमारी व्यहार के सर्वोत्तम पहचान के रुप मे हमें दुर तक ले जाती है इसे समझने की जरुरत है।
  • संतुष्टी और सहयोग हमें जीवन मे आगे बढ़ने का एक बेहतर माहौल बनाता है हमे सर्तक रहना होता है।
  • बिंदास जीवन यापन करने वाले के भोलापन को समाज के असंतुष्ट लोगो का सामना तो करना ही परता है।
  • आशा की किरण हमें जीवन मे आगे बढ़ने के लिए एक जरुरी उपाय समझाता है इसके लिए आगे आना होगा।
  • आनंद के मोती हमारे जीवन मे उल्लास के साथ गहरे एहसास को जगाता हुआ हमे तरंगित करता जाता है।
  • मेहदी की मुस्कान हमारे तरंगित मन को खिलने का मौका प्रदान करता है जिससे हम निखर जाते है।
  • जीवन मे तप औप ज्ञान के जरीये कुछ भी असंभव नही जान परता है इसे साधने की जरुरत है।
By sneha

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