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Jan
महाकुम्भ 2025 त्रिवेणी संगम के पवित्र स्थल जहां पर गंगा यमुना और सरस्वती नदी का मिलन होकर एक नदी बन जाती है जिसका समापन बंगाल की खाड़ी मे होता है। कई धारा का एकाकृत होना और अततः इसका समापन विशाल सागर मे होना हृदय के मार्मिक भाव को एक युक्ति प्रदान करता है। ब्राह्य जीवन से अंतःकरण को एक व्यवस्था देते हुए आगे बढ़ने सो जो खुशी मिलती है उसका मनोयोग पर अच्छा प्रभाव परता है। विचार की समझ रखने वाले लोगों मे एक आलौकिक उत्साह का कार्यवल जागृत हो जाता है जिससे की जीवन को समझने की उत्साह…