09                                    
                                    
                                        Feb                                    
                                
                            
                        
                        
                    
                        प्यारा गुलाब गुलाब से खुद का हिसाब आज के भाग दौड़ की जिंदगी में स्वयं को व्यवस्थित कर पाना एक चुनौती है। इस चुनौती से निकलने का जिद्दोजहद लगातार चलता रहता है। कुछ तो सफल हो जाते है, कुछ भटक कर कही खो जाते है, कुछ का प्रयास अनवरत चलता रहता है। उपरोक्त उक्ति स्वयं के अंदर की भाव को समझने को प्रेरित करता है जिससे की व्यक्ति समय के साथ खुद का न्याय कर सके। हमारे द्वारा अपनाए जा रहे हर विधा का मूल्यांकन समय के साथ समाज के अंदर किया जाता है जिससे हमे स्वयं को स्थापित करने…