20
May
पल दो पल खुशियों को पाने के लिए हम लोग लगातार प्रयासरत रहते है, जीवन के जिद्देजहद से बाहर निकलने की हमारी लगातार कोशिश का एक पड़ाव दोस्ती आता है जिसमे हमारी भावनाए अपने चरम स्तर पर होती है। हम खुल के वातचीत करते है जिससे हमारी आंतरीक विचार को प्रवलता मिलती है। हमारी कमजोरी को समझने तथा उसे दुर करने का सुगम मार्ग को ढ़ुढ़ने का तरीका भी मिल सकता है। हमारा उल्लासित मन हमें सतत विकास की ओर उन्नमुख रहने के लिए उत्साहित रहता है। पल दो पल से हमारा तातपर्य दोस्ती के भाव पुर्ण संवाद से है…