विश्वकर्मा पूजा

विश्वकर्मा पूजा

विश्वकर्मा पूजा

धातु के रुप मे लोहा के अविष्कार के साथ मानव जीवन मे बहुत बड़ा बदलाव आया। मानव के विकाश की पुरी दशा ही बदल गई। भाव की प्रधानता से मानव के विकाश की यात्रा का स्वरूप हम आज देख रहे है उसके लिए हम उस दिव्य शक्ति को याद करते है जिसने इसका ज्ञान मानव को दिया।

निर्माण के किसी भी कार्य को सफलता पुर्वक करने के लिए देव लोक मे भगवान विश्वकर्मा को याद किया जाता है। मानव तन को ये शक्ति देव रुप विश्वकर्मा से प्राप्त हुआ है। इनके आराधना से कार्य की गुणता बनी रहती है। चित और मन को एक बार कार्य में यदि लगा दिया जाय तो उनकी शक्ति प्राप्त व्यक्ति का मन नही भटकता है जिससे हानी की समभावना नही रहती है।

भौतिक सुख के साधन के निर्माता भगवान विश्वकर्मा की पुजा पुरे भक्ति भाव के साथ किया जाता है। भक्त की पुरी निष्ठा भगवान पर रहती है जिससे की ध्यान की एकाग्रता को शक्तिशाली किया जा सके। कार्य निष्पादन मे व्यवधान का होना बेहद अशुभ माना जाता है, इसलिए भगवान हर निर्माण कार्य के लिए याद किये जाते है। खासकर वहां जहां पर लोहा का प्रयोग हो निर्माण या गतिमान व्यवस्था के लिए किया जाता है।

हे हमारे अराध्य भगवान विश्वकर्मा हम प्रति वर्ष आपके शक्ति को आत्मसात करने के लिए भावपूर्ण नियोजन के साथ आपका आवाहन करते है और स्वयं को ऊर्जावान करते हुए जीवन उत्कर्ष को प्राप्त करने हेतु अग्रसर होते है। हमारी सफलता आपके कृपा दृष्टि पर ही आधारित होती है, इस हेतु हम पर अपनी कृपा बनाए रखना। हमारी शक्ति को जगाए रखना। हम सबसे आगे रहे इसके लिए हमारी भक्ति से हमपर मार्ग दर्शक दृष्टि बनाए रखना।।

लेखक एवं प्रेषकः- अमर नाथ साहु

1. आरती लक्ष्मी जी का नया आरती 2021 है, जो हमारे देव माता के प्रति आगाध श्रद्धा को व्यक्त करता है, दिव्य रुप को साकार दर्शन देता इस नई आरती का गान करें।

2. दुर्गा माता की आरती 2021 माता के दिव्य रुप को हृदय के पास लाकर माता की शक्ति को जागृत करते हुए मनोकामना सिद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है इसलिए इसका गान जरुर करें।

3. करवा चौथ का पर्व हम पुरी श्रद्दा एवं विश्वास के साथ मनाते है इस काव्य लेख को जुरुर देखे जिससे की आपका पर्व के प्रती निष्ठा मे प्रगाढ़ता आये।

4. कृष्णाष्टमी पर्व मे भगवान कृष्ण की दिव्य दर्शन की सिख को समाहित यह काव्य लेख आज के संदर्भ मे जोड़कर कहा गया है, जिससे सुख समृद्धि का रास्ता सरल बनता है।।

5. तीज का पर्व भारत मे परमपरा के साथ मनाया जाने वाला पर्व है। मंगलकामना पूर्ति के लिए भावपूर्ण आवाहन हेतु इस लेख को पढ़े।

6. पहला सोमवारी ब्रत, दुसरा सोमवारी ब्रत, तीसरा सोमवारी ब्रत से भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा को प्राप्त करने की याचक की कामना को सवारता यह लेख प्रेरणादायक है।

By sneha

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