Month: January 2022

गुरु पुर्णिमा

गुरु पुर्णिमा

गुरु पुर्णिमा           गुरु मे गुरुत्व होता है। यह गुरुत्व ही उनकी खास बिशेषता की परियायक होता है। उनके साधना से जो लक्ष्य कीप्राप्ती उनको होती है वह सदा ही अनुकरणिय होता है। जब हम गुरु की शरणगत होकरकार्य आरम्भ करते है तो गुरू का मार्गदर्शण हमे मिलता है। गुरु से निर्देशित हमारेजीवन का ओ मार्ग सुगम हो जाता है जो गुरु के निर्देशित मे किया जाता है। इसके आगेके मार्ग की सुगमता हमारी कार्य अनुशासन हमे सिखाती है जिसमे हमे गुरु की साधना केअनुभव हमारी राह को आसान बना देता है।        जीवन मे उदेश्य के प्राप्ती के…
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चौथी सावन सोमवारी

चौथी सावन सोमवारी

सावन की चौथी सोमवारी भगवान शिव को पुष्प अर्पित करते हुए मन मे जो उत्कृष्ट भाव बनता है, उस भाव को दर्शाता यह कविता हमें साधना तथा शक्ति के मार्ग को सशक्त करता है। भाव ही भगवत्व प्राप्ति का उत्तम स्त्रोत है। इसलिए भाव प्रधान यह पुजा आज पुष्प की प्रधानता को दर्शाता है। पुष्प एक बस्तु मात्र है, लेकिन इसके प्रति जो भाव मन मे बनता है, इसी से इसकी प्रधानता भक्तो के लिए अधिक है। भाव के कारण ही भगवान भक्त के करीव होते है। एक सशक्त भाव का साधक होना बहुत जरुरी है। यह भाव अनादि भी…
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Father Day

Father Day

Father is harder than mother in facing child's problem. He works normally outside the living place. He comes after his work. Loving with child and father makes child faith increasing. child knows about outside the family that is new things. Father is chief of the family that handle administrative power. This power gives strength to proceed family forward in every time. Generally family member didn't directly interfere his decision. In very difficult situation family member can be help for forwarding situation. This festival improves interrelationship between father and rest of the family. Formulation should me make for better understanding of…
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दोस्ती का दर्पण

दोस्ती का दर्पण

दोस्त हमारे जीवन यात्रा का साथी है।  हम कही न कही अनजानेपन महसुस करते है। वहां जो हमे सहारा मिलता है, उसे हम दोस्ती की संज्ञा देते है। समय के साथ परिवर्तत होने वाला यह रिस्ता यादगार रहता है। दोस्ती के कई आयाम है लेकिन नाम एक है। निहित स्वार्थ से भी दोस्ती होती है और निःस्वार्थ से भी। दोस्ती करने वाले की भावना प्रधान यह रिस्ता अपनी गाथा खुद गाता है। कुछ दोस्ती ऐसी जो इतिहासिक है, जिसका उपमा हम आज भी देते है।       दोस्त ऐसा मिले जो आपके बिचार का हो तो अच्छा चलता है। लम्बे समय…
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Blue battle ground

Blue battle ground

Blue battle ground 'Natural analysis of blue battle ground is in poem for making peace. Winner always wins battle ground either in living or in poster. Out of war Zone only assume for suspect. निले समंदर मे चीन, जापान, अस्ट्रेलिया. अमेरिका, तथा ताईवान के बिच युद्द की अंतिम पटकथा लिखने कि तैयारी चल रही है। इसकी शुरुआत अमेरिका तथा चीन के बिच व्यापरिक मतभेद के बाद हुआ। अमेरिका के द्वारा 200 से अधिक चीनी वस्तु पर प्रतिबन्ध के बाद चीन ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की। इसके बाद कोरोना भाईरस जैसे जैविक हथियार को छोड़ा गया। विश्व की…
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आरती लक्ष्मी जी की

आरती लक्ष्मी जी की

आरती लक्ष्मी जी की लक्ष्मी माता की नवीन आरती हमें जीवन की गहराई मे जाकर जीवन के अती महत्वपुर्ण प्रसंग को उधृत करते हुए एक भाव पुर्ण आवाह्न को व्यक्त करता है। माता का साक्षात प्रकटीकरण के भाव के साथ आरती का गायन हमारे मन को तरेंगित करते हुए हमे एक लक्ष्य की आगे बढ्ने का प्रेरणा देता है। कहा जाता है कि सारे कार्यो का मूल भाव धन ही है जिससे के सारे सुखो को पाया जा सकता है, लेकिन यह पुर्ण सत्य नही जान पड़ता है। पुर्ण सत्य तो व्यक्ति का गुणात्मक मान होता है जिसका मुल्यांकन कर…
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हवा का झोंका

हवा का झोंका

हवा का झोंका यूँ तो रिस्तो मे रुठने मनाने का क्रम जारी रहता है। लेकिन यदि बात साधारण सी हो तो इसका सामाधान जल्दी निकल आता है, लेकिन यदि कोई गंभीर मुद्दा का सामना करना पड़े, तो इसके समायोजन मे समय के साथ-2 मानसिक व्यायाम भी करना पड़ता है। एक दुसरे के प्रति लगाव रखने वाले यदि स्वयं के प्रती बफादार होते है तो हल का निकालना सुनिश्चित रहता है। चाहत की गाठें बिकर्षण को घटाने का कार्य करती है। समझ का दायरा बढ़ने लगता है।    करीव आने मे यदि स्वाभिमान आड़े आयो तो भी इसका हल निकल जाता…
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सोलहवां जन्मदिन

सोलहवां जन्मदिन

सोलहवां जन्मदिन एक बिशेष समय होता है। ये जिवन का एक ऐसा मोड़ होता है जहां से विकाश की अनेक धारायें निकलती है। यह समय नियंत्रण एवं निश्चय का यदि हो तो आने वाले समय के साथ हम अपना न्याय कर सकते है। यदि हम यहां कोई चुक कर बैठते है, तो आने वाला समय हमारे लिए कठिन हो जायेगा। हमारा भौतिक शरीर एक बदलाव की दौर से गुजर रहा होता है। नयी-नयी अनुभुतियों का संचार हमारे शरीर मे होने लगता है। बहुत सारी जानकारी को छुपाकर हम रखते है। यह यदि हमारी बृती बन जाये तो हमारा मन कलुषित…
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