24
Jan

24
Jan
अखण्ड जाप यूँ तो जाप करना हमेशा से लाभकारी रहा है, लेकिन समय के साथ बदलती समाजिक परिवेश ने एक कोलाहल का माहौल बना दिया है। हमारा अस्थिर मन एक समस्या का हल निकालता है, कि वह दुसरे समस्या में उलझ जाता है। इसका बैधानिक कारण है, मन का स्वस्थ्य नहीं होना। हमारी चाहत तथा उसका समायोजन ही एक समस्या है। हम एक कार्य कर ही रहे है, कि दुसरे के प्रती हमारा ध्यानाकर्षण खिंच जाता है। हमारा नजरीया यहां भी बनने लगता है। इस तरह हम उलझते चले जाते है। किसी एक कार्य में स्थिर रहना तथा उसके…

24
Jan
रक्षा बन्धन मानव का मन बड़ा ही चंचल होता है। वह उत्पन्न परिस्थिती को स्वतः ही भाफ लेता है। परिस्थती के साथ होने वाले समायोजन के परिणाम का अनुमान भी लगा लेता है। व्यक्ति के गुण के अनुरुप उसका एक भाव भंगीमा परिलक्षित होता है। जिसका लगातार परिस्थिती के साथ समायोजन चलता रहता है। सक्रिय व्यक्ति का अनुभव उसे जगाता रहता है। निष्क्रिय व्यक्ति का अस्थिर मन कमजोर होता है, जो चतुर व्यक्ति के मकर जाल मे ऐसा उलझ जाता है, कि बिना बाहरी सहायता के वह बाहर निकल ही नही सकता है। उसकी यह बिवषता उसके गुणात्मक पहलू के…

24
Jan
Loving Daddy Memory never dies which is a part of my life. A lot of moment that comes in life which focuses my mind to find him but they are in only memory. A running life has huge amount of event in which someone is highly energetic that still guide my thoughts. That person was my Daddy. When i face highly complicated matter my Daddy\'s guiding word comes in mind, i make conscious with time. My loving Daddy you will never go from my memory. My tiny life nothing knows without my parents. Childhood time of life has base information…

24
Jan
गुरु पुर्णिमा गुरु कि महिमा को जागृत करने के ख्याल से गुरु पुर्णिमा पर्व का स्थान र्स्वोत्तम है। गुरु की यशोगान करने से गुरुत्व का भाव जो मन मे बनता है उससे हमरी नारी का स्पंदन बढ़ने लगता है। गुरु का एक-एक वाक्य हमरे सामने से गुजरने लगता है। हमारे मार्ग के अवरोध को हटाने मे हमारे द्वारा किया गया प्रयास की मान दऩ्ड बनने लगता है। हमरा तरंगित मन हमे सचेत करता है तथा नये उमंग के साथ कार्य को आरंम्भ करने की प्रेरणा देता है। गुरु के सृजीत पथ पर चलकर जो हमारा कल्याण होता है उसकी…

24
Jan
सावन की चौथी सोमवारी भगवान शिव को पुष्प अर्पित करते हुए मन मे जो उत्कृष्ट भाव बनता है, उस भाव को दर्शाता यह कविता हमें साधना तथा शक्ति के मार्ग को सशक्त करता है। भाव ही भगवत्व प्राप्ति का उत्तम स्त्रोत है। इसलिए भाव प्रधान यह पुजा आज पुष्प की प्रधानता को दर्शाता है। पुष्प एक बस्तु मात्र है, लेकिन इसके प्रति जो भाव मन मे बनता है, इसी से इसकी प्रधानता भक्तो के लिए अधिक है। भाव के कारण ही भगवान भक्त के करीव होते है। एक सशक्त भाव का साधक होना बहुत जरुरी है। यह भाव अनादि भी…

24
Jan
Father is harder than mother in facing child's problem. He works normally outside the living place. He comes after his work. Loving with child and father makes child faith increasing. child knows about outside the family that is new things. Father is chief of the family that handle administrative power. This power gives strength to proceed family forward in every time. Generally family member didn't directly interfere his decision. In very difficult situation family member can be help for forwarding situation. This festival improves interrelationship between father and rest of the family. Formulation should me make for better understanding of…

24
Jan
Blue battle ground 'Natural analysis of blue battle ground is in poem for making peace. Winner always wins battle ground either in living or in poster. Out of war Zone only assume for suspect. निले समंदर मे चीन, जापान, अस्ट्रेलिया. अमेरिका, तथा ताईवान के बिच युद्द की अंतिम पटकथा लिखने कि तैयारी चल रही है। इसकी शुरुआत अमेरिका तथा चीन के बिच व्यापरिक मतभेद के बाद हुआ। अमेरिका के द्वारा 200 से अधिक चीनी वस्तु पर प्रतिबन्ध के बाद चीन ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की। इसके बाद कोरोना भाईरस जैसे जैविक हथियार को छोड़ा गया। विश्व की…