Day: January 26, 2022

प्यारी भाभी

प्यारी भाभी

देवर भाभी का आधुनिक समाज मे रिस्ते मे तल्खी देखने को मिलती है। बिज्ञान के विकाश के साथ ही बिश्वास की अवधारणा भी बदलने लगा है। रामायण काल के सामाज मे भाभी को मां का दर्जा दिया जाता था। लेकिन महाभारत मे इसकी परिभाषा बदल गई। द्रौपदी पाँच भाई से शादी करके इस रिस्तो को नया मुकाम दिया। आधुनिक काल मे मानव समाज के नित्य बदलते व्यवहार से नयी नयी सोच के साथ रिस्तो को टुटते बनते देखते है। लेकिन आज भी एक स्वस्थ्य समाज मे देवर भाभी के अनेखे रिस्ते देखने को मिलता है। परिवार को राष्ट्र के विकाश…
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पहला सोमबारी

पहला सोमबारी

पहला सोमबारी यह बिशेष पर्व सावन की शुरुआत के साथ हर सोमबार को शिव आराधना के शुरु होता है। सावन के समय होने वाले मौसम मे बदलाव के कारण जो बिकार मानव शरीर में पैदा होता है उसे व्यवस्थित करने के लिए यह पर्व बड़ा ही उत्तम है। साधना से शक्ति आती है और शक्ति ही भक्ति का मुलभाव होता है। मन को शिव की गाथा के साथ चिंतन मनन का दैर चलता रहता है। एक भाव मे रहकर मन को स्थिर रखना एक कलात्मक योग है। यहि साधना हमे जीवन मे बिकास के मार्ग को खोलता है। जीवन मे…
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नया साल

नया साल

नया साल नये साल मे आने वाला पर्व त्योहार पुनः हमें जगाता है, हम जिस भाव और व्यवस्था के साथ पिछले वर्ष मनाये थे उससे बेहतर करने की उम्मीद रखते है जिससे की हमारी उन्नती को उच्च स्थान मिले। समय के साथ हमारी शारिरीक अवस्था भी बदलती है जिससे हमारे अनुभव मे पुर्वेत्तर बिकाश होता है। बिकाश की धारा में निखार लाने की हमारी कोशीश रहती है। यश कृती समय के साथ बिस्तार की पराकाष्ठा को प्राप्त हो इसके लिए बेहतर प्रयत्न करते है। इस गतिशील जीवन को छोटे छोटे टुकड़े मे बांटकर हम खुद को बेहतर करने की कोशीश…
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नफरत का फल

नफरत का फल

नफरत का फल नफरत व्यक्ति को अंधा बना देता है, व्यक्ति की मानसिक स्थिति पुरी तरह बदल जाती है। वह अपनी बैचारिक सिमा के बाहर नही जा पाता है। उस सिमा के बाहर जाकर सोचना उसके लिए अत्यंत दुखद होता है। दुख के इस बंधन के पार जाकर सोचना तथा उसका निदान निकालना नही चाहता है क्योकि बह अपनी बर्तमान सोच को ही अंतिम सोच मान लेता है। व्यक्ति कभी पुरा घटना चक्र को अनजान बनकर नही सोचता है, बल्कि बह उसका हिस्सा बनकर रह जाता है। आनेवाली समस्या के जानकर होने के बाबजुद बह अपनी सही हल नही निकाल…
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दोस्ती का सफर- श्रधांजली

दोस्ती का सफर- श्रधांजली

यह संकलन हमारी दोस्ती सफर के अंतहीन कहानी को कहता एक संकलन है जिसका यहां बर्णन है। दोस्ती की यादगार पल को सावित करने वाली कविता एक अनुपम उपायेदान है। दोस्ती को श्रधांजली देना एक कठिन पल है क्योकि उनका साथ कई अनसुलझे पहलु को सही रुप से देखने तथा उसपर बीचार करने के कुशल अनुरोध जो मिलता था वह अनुपम संयोग होता था। आज ओ पर नही है पर उनता याद हमे उनकी कमी को दर्शाता है। जिसका निरुपन यहां किया जा रहा है। कविता के रुप मे यहां हम अपना बिचार कविता के रुप मे रख रहे है।…
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दोस्त को  श्रधांजली

दोस्त को श्रधांजली

दोस्त की श्रधांजली दोस्त आपकी सम्पुर्ण यादो को पुर्ण रुप से  संकलन करना संभव नही है लेकिन आपके यादो को एक रुप देकर आपनो तक संदेशा पहुंचाना जरुरी है। ताकि सबके भाव एक दुसरे मे समाहित हो जाये। हमारे द्वारा यह काव्य संकलन इसीमे किया गया एक छोटा सा प्रयास है। दोस्त के खालीपन को भरना संभव नही है। क्योकि बिता कल वापस नही आता बस आती है तो जाने बाले की यादे। ये ओ दौलत है जो एक दोस्त को एक-दुसरे से अलग करता है। यादो का भंडाक दोस्ती की सौगात होती है। जिसमे हम बिते पल को फिर…
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दुसरी सोमवारी

दुसरी सोमवारी

दुसरी सोमवारी परम आराध्य  भगवान शिव के मगलवेला के आराधक की आज दुसरी सोमबारी है। आज भक्त का ध्यान गहरा है। प्रभु ज्ञान के अथाह सागर मे गोते लगाकर कुछ बिचार ढ़ुढ लाया हुँ। भक्तो के बिच ये बिचार को प्रसाद स्वरुप बांट रहा हुँ। आप आपना कृपा दृष्टि लगातार भक्त पर बनये रखना।        भगवान शिव की लागातर आराधना से भक्त को भगवान के परम धाम तक पहुँचने का प्रयास सुलभ हो जाता है। उनकी भक्ति को समझना कठिन है लेकिन यह सगम मार्ग सबको प्राप्त हो । सावन का ये भक्तिमय पर्व हमे नित्य के समझ के साथ…
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दुर्गा माता की आरती

दुर्गा माता की आरती

दुर्गा माता की आरती  नवरात्रा के शुरु होते ही माता दुर्गा की बिधिवत पुजा आ।रम्भ हो जाती है। माता की प्रतिमा के स्थापना के साथ ही प्रतिमा मे प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। प्रत्येक दिन सुवह-शाम माता की आरती की जाती है। माता की आरती कई प्रकार से गायी जाती है। आरती मे माता का गुणगाण करते है। माता के दिव्य रुप को साक्षात सामने होने का एहसास करते है। ऐसा मानते हुए की माता मेरे सामने खड़ी है, तथा माता की आरती उतार रहे है। भाव विहल मन जो महसूस करता है, उसको शब्द रुप मे बर्णन करना बहुत…
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